ऑनलाइन ठग्गी
कुछ महीने पहले की बात है एक मित्र ने किसी ऑनलाइन साइट से 1000 रूपए की 5शर्ट्स ले ली और बड़ी शान से सबको बता रहे थे के हफ्ते के 5 दिन नई शर्ट पहन के आएँगे, मार्किट में बल्ले बल्ले हो जाएगी |
फिर कुछ दिन बाद वही मित्र सड़ा हुआ मुँह बना के हमारे पास आये और कहने लगे के वो कमीजें आ गयी है, कोई तरीका है के वापिस हो जाये ?
हमने पूछा क्या हुआ कमीजें दिखाएँ तो? कमीजें देखने पे पता चला के एक भी पहनने लायक नहीं थी, अजीब सा रंगबिरंगा कपडा बस कमीज की तरह सिल दिआ हो बस | जब वेबसाइट खोल के देखि तो उसपे न कोई ईमेल न फ़ोन नंबर, न ही पता |
बस फिर क्या हमने भी बस ये कह कहकर टाल दिया के एक आध पहनने लायक लग रही है वो पहन लो, बाकि पोछा बना लो |
आज सुबह मोबाइल के एक व्हाट्सप्प ग्रुप में एक मैसेज आया के रेडमी नोट 5 प्रो 1299 रूपए में मिल रहा है 90% छूट के साथ | वेबसाइट का नाम था mixsale.in |
वेबसाइट खोल के देखा की ऐमज़ॉन के पेज की हूबहू कॉपी करके एक वेबसाइट बना दी गयी थी, वो भी कुछ स्पेलिंग, ग्रामर और प्रोग्रामिंग मिस्टेक्स के साथ |
थोड़ा आगे बड़े तो मोबाइल खरीदने के अंतिम पड़ाव में आपको वो पेज 8 व्हाट्सप्प ग्रुप्स में शेयर करने के लिए कहा जाता है| और जब यूजर 8 बार शेयर बटन क्लिक क्र देता है तो के नया पेज खुलता है जिसमे एक एप्प डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है |ये वेबसाइट क्युकी नई नई बानी थी तो सायद अभी एप्प त्यार नहीं था, फिर मैने भी वो वेबसाइट बंद कर दी |
वेबसाइट की कहानी तो यही ख़तम होती है |
पहले मुझे समझ नहीं आता था के पड़े लिखे लोग भी इन नकली वेबसाइटों के चक्क्रों में कैसे फंस जाते है | फिर समझ आया के जरुरी नहीं के हर किसी को हर बात का पता हो | और इन वेबसाइटों ने तो हम लोगो की सारी कमज़ोरीआं जांच परख कर अपना काम शुरू किआ है, लोग कैसे नहीं फसेंगे |
पहला की लोग फ्री और सेल देख की कुछ भी खरीद लेंगे चाहे जरुरत हो या नहीं |
और दूसरा की इसके लिए उनसे कुछ भी करा लो, चाहे कोई लिंक शेयर करना हो, कोई एप्प डाउनलोड करना हो, कोई फेसबुक पेज लाइक करना हो, ट्वीटर फॉलो कराना हो कुछ भी, लोग बिना सोचे समझे करेंगे |
और तीसरा की अगर लोगो से पैसे लेने है तो कीमत इतनी काम रखो क़े उसके लिए लोग पुलिस स्टेशन जाने या कंप्लेंट कराने का कस्ट न करें |
अब आते है मुद्दे पे क़े इन फ़र्ज़ी वेबसाइटों से बचें कैसे ?
1. सबसे पहले तो ये देखे क़े वेबसाइट का लिंक http से शुरू हो रहा है या https से, अगर http है तो वेबसाइट को वही से गुड बाई बोल दे | कोई भी भरोसेमंद वेबसाइट खासकर ऑनलाइन शॉपिंग वाली http से शुरू नहीं होगी |
2. वेबसाइट का contact us सेक्शन चेक करें, क्या उसमे वेबसाइट क़े ऑफिस का पता है ? क्या कोई फ़ोन नंबर है ? जितनी ज्यादा जानकारियां वेबसाइट क़े बारे में है, वेबसाइट उतनी भरोसेमंद है | ज्यादातर फ़र्ज़ी वेबसाइट्स पे ऐसी कोई जानकारी नहीं होती |
3. Shipping and Return पालिसी चेक करें. कोई भी बैध ऑनलाइन शॉपिंग वाली वेबसाइट की एक Shipping and Return पालिसी जरूर होती है |
4. ज्यादातर फ़र्ज़ी वेबसाइट्स की इंग्लिश गड़बड़ रहती है और इनपे विज्ञापनों की भरमार रहती है तो इन्हे पहचानना और भी आसान हो जाता है |
और सबसे जरुरी बात ये याद रखे क़े दुनिया में कुछ भी मुफ्त नहीं मिलता और न ही इतना सस्ता जो क़े मुफ्त क़े बरारबर ही हो |